१. शुक्ल पक्ष में किसी भी दिन अपनी फैक्ट्री या दुकान के दरवाजे के दोनों तरफ बाहर की ओर थोडा सा गेहूं का आटा रख दें !
नजर दोष वैज्ञानिक आधार लक्षण और निवारण
भगवान कृष्ण ने रणभूमि में अर्जुन को ब्रह्मज्ञान देते हुए कहा था, हे अर्जुन! कर्म करो फल की इच्छा न करो. वास्तविकता में हमारे कर्म ही हमारे भाग्य का निर्धारण करते हैं. यह एक ही सिक्के के दो पहलुओं की तरह हैं. कर्म करते हुए हमें भाग्य के महत्त्व को नकारना नहीं चाहिए.
नकरात्मक ऊर्जा से बचें
बुध को मजबूत करने के लिए आप बुध का रत्न धारण कर सकते हैं। बुध का रत्न पन्ना है और अगर आप पन्ना धारण नहीं कर सकते हैं तो आप ओनेक्स पन्ना का उपरत्न धारण कर सकते हैं। हालांकि हम सलाह यही देंगे कि कोई भी रत्न किसी ज्योतिष से परामर्ष के बिना धारण न करें। व्यक्तिगत परामर्श के लिए विद्वान ज्योतिषियों से जुड़ने का शानदार विकल्प है एस्ट्रोसेज वार्ता।
:, तांत्रिक मंत्र: ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:
भगवान शिव जी होंगे अत्यंत प्रसन्न राशि अनुसार करें पूजन
लोग लोग अपने कर्म से ज्यादा भाग्य पर भरोसा करते हैं। हाथों में भाग्य रेखाएं होती हैं, उसी तरह कुंडली में नौवां स्थान भाग्य का माना गया है। हालांकि कर्म और भाग्य दोनों ही एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। कर्म के सिद्धांत को समझे बगैर आप भाग्य को नहीं समझ सकते हैं। यदि किसी से यह कहा जाए कि भाग्य जैसा कुछ नहीं होता तो वह ऐसे कई उदाहरण बता देगा जिसमें भाग्य का रोल रहा है, जैसे किसी की लॉटरी खुल जाना, अचानक किसी का मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री बन जाना, आसमान से गिरने के बाद में भी सही-सलामत बच जाना आदि। खैर...
अपना और अपने परिवार का फॅमिली ट्री बनाये
उस पात्र को सिरहाने रख कर रात को सो जांय ! प्रातः उस जल को तुलसी के पौधे पर चढा दें ! धीरे-धीरे परेशानी दूर होगी !
बजरंग बाण की हिन्दू धर्म में बहुत मान्यता है। हनुमान जी को एक ऐसे देवता के रूप में ...
* मिथुन राशि के जातक माँस, मदिरा आदि का बिलकुल भी सेवन न करें ।घर में मछली ना पालें। इस राशि के जातक स्त्रियों को पूर्ण सम्मान दें, अपनी माता को पूर्ण आदर सत्कार दें और छोटी कन्याओं को खुश करके उनका आशीर्वाद लें।
घर को हमेशा साफ-स्वच्छ रखना चाहिए। रोज सुबह झाड़ू-पोंछा करें। सूर्यास्त के बाद झाड़ू-पोंछा नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से मां लक्ष्मी रूठ जाती हैं और व्यक्ति को आर्थिक हानि का सामना भी करना पड़ सकता है। धर्म ग्रंथों के अनुसार, जो व्यक्ति सूर्यास्त के बाद झाड़ू-पोछा करता है, देवी लक्ष्मी उस घर में निवास नहीं करती और वहां से चली जाती हैं।
मुख्य द्वारा की सज्जा: घर के मुख्य द्वार की सजावट अच्छी होना चाहिए ताकि समृद्धि बिना झिझक आपके घर में प्रवेश कर सके। इसके अलावा अपने घर more info के द्वार पर अपने नाम की नंबर प्लेट भी होना चाहिए। इस हिस्से में अच्छी रोशनी और रंग-रोगन होना चाहिए।
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